मेहनत से तकदीर संवरती है
मेहनत से तकदीर संवरती है
जिंदगी को अब एक नया सा
खुशनुमा मोड़ दो
और उदासी को छोड़ दो
मेहनत से तकदीर संवरती है।
कर्मों से अपना पहचान बनाकर
अपना इतिहास स्वयं लिखो
दैव दैव तो आलसी पुकारे
मेहनत से तकदीर संवरती है।
हिम्मत की ऊंगली पकड़ो
मेहनत के रास्ते पर चलो
और कोशिश की गाड़ी में बैठों
मेहनत से तकदीर संवरती है।
डर और खौफ़ इंसान के गुण नही है
अगर तलाश है सफलता की तो
तूफ़ानों से डर क्यों है
मेहनत से तकदीर संवरती है।
नजर बदलो नज़ारे बदल जायेंगे
सोच बदलो सितारे बदल जायेंगे
कामयाबी चाहिए तो इरादे नही,रास्ते बदल दो
मेहनत से तकदीर संवरती है।
किस्मत लिखी नही होती है किसी की
किस्मत लिखनी पड़ती है सभी को
मेहनत का कलम,विश्वास का कागज
उम्मीदों की स्याही से मिलकर बनती है किस्मत
मेहनत से तकदीर संवरती है।
नूतन लाल साहू
Mohammed urooj khan
19-Feb-2024 11:50 AM
👌🏾👌🏾👌🏾
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Varsha_Upadhyay
18-Feb-2024 10:28 PM
Nice
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Rupesh Kumar
18-Feb-2024 05:59 PM
बहुत खूब
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